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आलोचना 

आलोचना एक प्राचीन कला है|जो आदिकाल से चली आ रही है|आलोचना करना व सुनना भी एक कला है|आलोचनना करने मे आलोचक को प्रसन्न मूड़ होना चाहिए|फला की बेटी,फला का बेटा,फला…

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भारतीय नारी का वर्तमान समाज मे स्थान

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (इंटरनेशनल वूमेन डे)8  मार्च को मनाया जाता है,फिर एक बार महिलाओ के आर्थिक,सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रो पर बहस व मुद्दे उठाये जायेगे। महिलाओं के प्रति सम्मान,प्रशंसा और प्रोतसाहित करने के लिए जगह-जगह मंच पर भाषण,सभाएँ,नुकड़-नाटक इत्यादि होगे। साथ मे अन्तरराष्ट्रीय दिवश पर छुट्टी भी हो जाएगी।पर क्या हमारे जेहन मे नहीं आता कि हमे महिलाओ की स्थिति पर एक ही दिन विचार-विमर्श करने को मिला है?देखा जाये तो आज आधुनिक युग मे नारी की…

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एक माँ की अर्थी

एक माँ की अर्थीदेखो जा रही है। एक माँ की अर्थीक्यों तुम सब अब रो रहे हो।अब मिट्टी बने शरीर को,क्यों छू रहे हो।अब तो इनके प्राण पखेरू तो उड़…

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कोरोना वायरस ‘कोविड-19 ‘का भय

दिन प्रतिदिन बढ़ते हुए कोरोना वायरस को देखते हुए दुनिया के वैज्ञानिको व डॉक्टरो के सामने यह सवाल खड़ा है कि इस महामारी से कैसे बचा जाए? कोरोना वारयस मनुष्यो…

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 रात

रात अँधेरी होती है। एक सन्नाटे की आवाज होती है। एक सरसराहट सी आवाज ,किसी अनजान शक्ति के आने की आहट होती है । रात भी गजब की होती है।…

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Life

A rich man burst into laughters and said, “Life is money”.A poor man trembling with call said,“Life is struggle”.A youngster enjoying life in full measure said,“Life is full of pleasures”.A lazy…

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एक माँ 

एक माँ कम पढ़ी लिखी बहु लाई। दुनिया के लायक बनने के लिए पढ़ने लिखने के लिएभी भेजा। और जब से बहु मैडम बन गई,माँ ने चूल्हे चौके मे –दम तोड़ दिया।  More Reading

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आशा

ए राही।  “कौन” क्या मुझे किसी ने पुकारा ? ओ राही। तुम क्यों रो रहे हो ?क्या तुम्हारा कुछ खो गया है ?हाँ । क्या ?‘मेरे साथी ‘,मै जब अपनी मंजिल पाने के…

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