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ए मेरे दुश्मनो

ए मेरे दुश्मनो चाहे खेल बड़ा ही खेलो। चाहे जितनी चाले चल लो चाहे मुझको तोड़ बिखेर दो जितना वार करना हो तुमको, कर सकते हो। बस इतना ,तुम याद…

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मानव सोच

मानव सोच मनुष्य प्रकृति की उत्कृष्तम रचना है।  इस धरा के प्राणियों मे उसे सर्वाधिक सोचने की क्षमता प्रदान है।  यह सोच दिमाग की वो तरंगे है। जिसे मानो सदियों…

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पर्यावरण

पर्यावरण पर्यावरण का शाब्दिक अर्थ होता है ‘पर्या’ जो हमारे चारो और है और ‘आवरण’ काअर्थ ‘लबादा’ या जो हमें चारो ओर से घेरे हुए है। इस प्रकार पर्यावरण का…

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