चूहों ने सभा बुलाई 

एक समय की बात है ,चूहे  बिल्ली से बहुत परेशान थे। बिल्ली  कही से भी आ जाती थी। और दाँव लगाकर उन्हे मारकर खा जाती थी चूहों  को उसका पता ही नहीं चल पाता था, जब चूहों कि संख्या कम होने लगी। तब  इस समस्या के समाधान के लिए आखिरकार चूहों ने एक सभा बुलवाई ,जिसमे  इस समस्या को लेकर खूब विचार हुआ। आखिर एक नौजवान चूहे ने कहा “हम बिल्ली के गले मे एक घंटी बाँध देंगे। इससे बिल्ली ,जब भी इधर -से -उधर जाएगी या हमारे पास आएगी ,हमे पहले ही इसका पता चल जायेगा। “यह विचार सबको इतना पसंद आया कि सभा मे देर तक तालियाँ बजती रही। सबने इसे मान लिया, पर तभी एक बूढ़े चूहे ने खड़े होकर कहा,” हाँ सचमुच यह सुझाव कमाल का है। इससे बिल्ली का खौफ हमेशा के लिए खत्म हो जायेगा ,पर मै बस एक छोटा -सा सवाल आप लोगो से पूछना चाहता हूँ। कृपया बताएँ कि बिल्ली के गले में वह घंटी आप लोगो में से कौन बाँधेगा ?”सवाल सुनकर सारे चूहे चौंके कि इस बात पर तो उन्होंने सोचा ही नहीं था। कुछ देर मे ही इधर -उधर देखते हुए वे झटपट भाग गए। सभा मे अब एकदम सन्नाटा था। 

सीख :बड़ी-बड़ी बाते कहना आसान है, पर उन्हे जीवन मे उतारना मुश्किल है।